जो कभी बंगाल के किसानों के लिए कुछ नहीं बोले, वो दिल्ली आकर विरोध कर रहे हैं : प्रधानमंत्री
जो कभी बंगाल के किसानों के लिए कुछ नहीं बोले, वो दिल्ली आकर विरोध कर रहे हैं : प्रधानमंत्री
सुशासन दिवस पर प्रधानमंत्री ने देश के 9 करोड़ किसानों के खातों में डाले 18 हजार करोड़ रुपये
होशंगाबाद जिले के बाबई विकासखंड में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष
भोपाल। मैं देश के उन 9 करोड़ किसानों को बधाई देता हूं, जिनके खातों में आज किसान सम्मान निधि के दो हजार रुपयों की किश्त पहुंच रही है। लेकिन मुझे अफसोस है कि पश्चिम बंगाल के 70 लाख किसान इस लाभ से वंचित हैं। वहां की सरकार राजनीतिक कारणों से उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलने दे रही है। मैं ये बात बहुत पीड़ा के साथ कहना चाहता हूं कि जिन लोगों ने बंगाल पर 30 साल तक शासन किया, उसे कहां से कहां पहुंचा दिया। ममता जी ने पं.बंगाल को बर्बाद कर दिया। बहुत आश्चर्य की बात है कि जिन लोगों ने बंगाल के किसानों के लिए कभी आंदोलन नहीं किया, उन्हें न्याय दिलाने, योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए कभी आवाज नहीं उठाई, अब पंजाब पहुंच गए हैं। ये दिल्ली में लोगों को परेशान कर रहे हैं, अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहे हैं। लेकिन देश की जनता इनके खेल को पहचानती है। यह बात प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से देश के किसानों को संबोधित करते हुए कही। प्रधानमंत्री ने सुशासन दिवस के अवसर पर देश के 9 करोड़ किसानों के खातों में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के 18 हजार करोड़ अंतरित किए। मध्यप्रदेश में मुख्य समारोह होशंगाबाद जिले के बाबई में हुआ, जहां मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा ने उपस्थित किसानों को संबोधित किया। कार्यक्रम में सांसद राव उदयप्रतापसिंह एवं जिला अध्यक्ष श्री माधव अग्रवाल सहित जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
आंदोलन के बहाने राजनीति को जिंदा रखने की दवा खोज रहे विपक्षी दल
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि कानून लागू होने के बाद कई राज्यों में पंचायत चुनाव हुए और इन चुनावों में किसानों ने उन लोगों को नकार दिया, जो किसानों के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। जिन लोगों को जनता ने नकार दिया है, वही लोग किसानों के आंदोलन के बहाने अपनी राजनीति को जिंदा रखने की दवा खोज रहे हैं, लेकिन देश के किसान इन्हें वह दवा कभी नहीं देंगे। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि ये लोग दोगली राजनीति करते हैं, इनके पास कोई तथ्य और तर्क नहीं है। केरल में इन्हीं दलों की सरकार है और वहां एपीएमसी यानी मंडी कमेटी नहीं है। जब एपीएमसी अन्य राज्यों के किसानों के लिए अच्छी है, तो वह केरल के किसानों के लिए भी फायदेमंद होगी, लेकिन ये लोग वहां के किसानों के लिए आवाज नहीं उठाते। इनका बस एक ही काम है, किसानों को डरा दो, भ्रमित कर दो, गुमराह कर दो। ये किसानों के नाम पर खेल खेल रहे हैं। श्री मोदी ने कहा कि ये लोग देश में बरसों सत्ता में रहे और इनकी ही वजह से देश के किसानों का विकास नहीं हो पाया।
हम किसानों को भविष्य के लिए तैयार कर रहे हैं
श्री मोदी ने कहा कि 2014 में जब हमारी सरकार आई, तब हमने किसानों को भविष्य के लिए तैयार करना शुरू किया। लागत कम करने के लिए हमने स्वाइल हेल्थ कॉर्ड बनवाए, यूरिया की नीम कोटिंग की, सोलर पंप लगाए जा रहे हैं और फसल बीमा शुरू किया। उन्होंने कहा कि आज किसानों के नाम पर आंदोलन कर रहे लोग बरसों तक स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को दबाकर बैठे रहे, लेकिन हमने किसानों को उनकी लागत का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देना शुरू किया। 1000 से ज्यादा मंडियों को ऑनलाइन जोड़ा, छोटे किसानों के 10 हजार से ज्यादा एफपीओ बनाए जा रहे हैं, कोल्ड स्टोरेज निर्माण पर सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। श्री मोदी ने कहा कि आज जो लोग किसानों के नाम पर आंसू बहा रहे हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि जब उनकी सरकार थी, तब उन्होंने किसानों की तकलीफों के लिए क्या किया? आज जो लोग किसानों की जमीन के लिए चिंता दिखा रहे हैं, ये तब कहां थे, जब दस्तावेजों के अभाव में किसानों के मकानों, जमीनों पर कब्जे हो जाते थे। श्री मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने स्वामित्व योजना में किसानों को मकान, जमीन के मालिकाना दस्तावेज उपलब्ध कराए हैं, जिनके आधार पर वे बैंकों से कर्ज भी ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को अधिकार देने के लिए ही हमने कृषि कानून बनाए हैं। इसमें ये प्रावधान हैं कि किसान अपनी उपज को कहीं भी बेच सकता है। वो अन्य राज्यों में बेच सकता है, एक्सपोर्ट कर सकता है। किसान चाहे तो कांट्रेक्ट फॉर्मिंग कर सकता है। श्री मोदी ने कहा कि कुछ राज्यों को छोड़कर देश के किसानों ने इन सुधारों का स्वागत किया है और मैं उन्हें ये विश्वास दिलाता हूं कि आपके विश्वास को आंच नहीं आने देंगे।
अब न रुपया घिसता है, न जेबों में जाता है
श्री मोदी ने कहा कि आज स्व. अटलजी की जयंती है, जिसे हम गुड गवर्नेंस डे के रूप में मना रहे हैं। अटलजी ने गांव और गरीबों के विकास को सर्वोच्च प्रधानता दी। वे देश में हो रहे कृषि संबंधी सुधारों के सूत्रधार थे। वे गरीब किसानों की योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार को रोग मानते थे। उन्होंने एक बार इस पर तंज कसते हुए कहा था कि रुपया चलता है, तो घिसता है, हांफने लगता है और फिर जेबों में चला जाता है। लेकिन अब रुपया न घिसता है, न जेबों में जाता है, सीधे खातों में चला जाता है। पीएम किसान सम्माननिधि इसका सबसे अच्छा उदाहरण है। एक साथ 09 करोड़ किसानों के खातों में सीधे 18 हजार करोड़ की राशि चली गई। कोई कमीशन, कट या हेराफेरी नहीं। यही गुड गवर्नेंस है।
जनता को बिना लिये-दिये योजनाओं का लाभ मिले, हमारे लिये यही सुशासनः चौहान
बाबई विकासखंड में आयोजित कार्यक्रम में किसानों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि आज देश की प्रगति और विकास के गीत गाने वाले स्व. अटलजी की जयंती है, जिसे हम सुशासन दिवस के रूप में मनाते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे लिये सुशासन का अर्थ यही है कि जनता को बिना लिये-दिये सरकारी सेवाओं, योजनाओं का लाभ मिले। श्री चौहान ने कहा कि हम गड़बड़ करने वालों को छोड़ेंगे नहीं। गुंडे और माफिया इस बात को ध्यान से सुन लें कि या तो वे प्रदेश छोड़ दें, वर्ना हम उन्हें जमीन में गाड़ देंगे।
सुशासन दिवस पर दी सौगातें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अगर घपलेबाजी खत्म करना है, तो टेक्नोलॉजी का उपयोग जरूरी है। उन्होंने सुशासन दिवस पर 181 सेवा पर सिर्फ आधार नंबर देकर जाति और आय प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने तथा किसान एप शुरू किए जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अब सर्वे में पटवारी क्या लिख रहा है, किसान खुद देख सकेंगे तथा आपत्ति दर्ज करा सकेंगे। इसी एप पर गिर्दावरी, नामांतरण, डायवर्सन आदि की सुविधा उपलब्ध होगी। श्री चौहान ने कहा कि सीमांकन के लिए भी अब जरीब युग समाप्त होगा और एक उपकरण आधा घंटे में खेत का सीमांकन कर देगा। श्री चौहान ने कहा कि सभी पटवारी सोमवार और गुरुवार को ग्राम पंचायतों में उपलब्ध होंगे और अगर ऐसा नहीं हुआ, तो कलेक्टर जिम्मेदार होंगे।
जिन्होंने गांव और खेत नहीं देखे, वो कर रहे कृषि कानूनों का विरोध
श्री चौहान ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री श्री मोदी जी स्व. अटल जी के कामों को आगे बढ़ा रहे हैं। मोदी जी की जिंदगी जनता जनार्दन के लिए है। उनके नेतृत्व में एक गौरवशाली, वैभवशाली भारत का निर्माण हो रहा है। मोदी जी किसानों को एक के बाद एक सुविधाएं दे रहे हैं। इसी क्रम में केंद्र सरकार कृषि कानून लाई है। इस कानून के लागू होने के बाद हम अपना माल जहां ज्यादा पैसा मिले, वहां बेच सकते हैं। मंडियां भी चलेंगी, बाहर भी बेच सकते हैं। लेकिन जब अच्छे काम होते हैं, तो कई लोग विरोध करने खड़े हो जाते हैं। कांग्रेस और वामपंथी इसका विरोध कर रहे हैं। श्री चौहान ने कहा कि राहुल बाबा जैसे लोग इन कानूनों का विरोध कर रहे हैं, जिन्होंने कभी गांव नहीं देखे, खेत नहीं देखे, गेहूं की बाली कैसे लगती है इन्हें नहीं पता और ये कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सड़कों पर निकल रहे हैं। श्री चौहान ने कहा कि कांग्रेसी किसानों की बातें कर रहे हैं और मध्यप्रदेश में उनकी सरकार फसलबीमा के 2200 करोड़ रुपये खा गई। कमलनाथ सरकार सोती रही, लेकिन हमारी सरकार ने किसानों को मुआवजे और फसल बीमा के पैसे दिलाए। कांग्रेस की ही सरकार ने किसानों से कर्जमाफी के नाम पर धोखा किया और उन्हें डिफाल्टर बना दिया। जिस किसान सम्मान निधि की राशि प्रधानमंत्री जी आज खातों में डालने वाले हैं, उसके लिए कमलनाथ सरकार ने किसानों की सूची ही नहीं भेजी थी। श्री चौहान ने कहा कि हम प्रदेश के किसानों को कृषि कानूनों की जानकारी देने के लिए प्रदेश के सभी 313 विकासखंडों में शिविर लगाएंगे। वहीं, कांट्रेक्ट फार्मिंग में किसानों को सुरक्षा देने के लिए एक फार्म भरवाएंगे।
हम गरीबी हटाने की बात नहीं करते, उनका जीवन स्तर उठाना चाहते हैं : विष्णुदत्त शर्मा
बाबई विकासखंड में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि जब श्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी, तो उन्होंने कहा था कि मेरी सरकार गरीबों को समर्पित सरकार होगी। हम गरीबी हटाने का नारा नहीं देते, बल्कि गरीबों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाना चाहते हैं। मोदी जी और शिवराज जी के नेतृत्व में हमारी सरकारों ने देश एवं प्रदेश के गरीब, किसान, माताओं-बहनों के लिए जो काम किया है वह पहले कभी नहीं हुआ। भाजपा की सरकारों ने सुशासन देने का काम किया है। हमें गर्व है आज पं. दीनदयाल जी और श्रद्धेय अटल जी के विचार जमीन पर साकार हो रहे हैं। श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी गरीबों और किसानों का दर्द जानते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना में गरीबों को घर देकर उनका जीवन स्तर ऊंचा उठाने का काम किया है। उज्जवला योजना के माध्यम से देश भर की गरीब माताओं-बहनों को गैस कनेक्शन दिया। आज देश भर में 8 करोड़ से ऊपर परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया गया है। पहले गरीबों के पास इलाज के लिए पैसा नहीं होता था, लेकिन गरीब के दर्द को प्रधानमंत्री जी ने समझा और उन्होंने आयुष्मान योजना के तहत गरीबों के लिए 5 लाख तक के मुफ्त इलाज की व्यवस्था की।
सुशासन को संकल्पित हैं हमारी सरकारें
श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा किसानों के हितों की चिंता की। उन्होंने किसान सम्मान निधि के माध्यम से 6 हजार रूपए हर किसान को देने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान भी किसान के बेटे हैं जिन्होंने सरकार में आते ही किसानों के लिए 4 हजार रूपए किसान सम्मान निधि देने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रधानमंत्री कहते थे कि सरकार 1 रूपए भेजती हैं, जिसमें 85 पैसे भ्रष्टाचार में चले जाते हैं। हमारे प्रधानमंत्री जी ने देश में प्रत्येक गरीब के लिए जनधन एकाउंट खुलवाए। अब कोई बिचोलिया नहीं होगा 1 रूपया केंद्र या मध्यप्रदेश की सरकार ने भेजा है तो सीधा 1 रूपया हितग्राही तक जाएगा। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने 15 साल सरकार में रहकर सुशासन को जमीन पर उतारने और अटल जी के सपने को साकार करने का काम किया है। श्री शर्मा ने कहा कि भाजपा की सरकार ने प्रदेश में संबल योजना, तीर्थदर्शन योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना जैसी गरीब कल्याण की योजनाओं को लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भारत को पूरी दुनिया में एक विशेष स्थान दिलाया है, तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के किसानों और गरीबों के मन में स्थान बनाया और गरीबों के मसीहा के रूप में काम किया है।