पहले प्रदेश की प्यास बुझा दें, फिर सपने देखें मुख्यमंत्री कमलनाथः विजेश लुणावत
पहले प्रदेश की प्यास बुझा दें, फिर सपने देखें मुख्यमंत्री कमलनाथः विजेश लुणावत
भोपाल। कमलनाथ सरकार के सत्ता में आने के बाद प्रदेश ने पिछली गर्मियों में जिस तरह का जलसंकट देखा था, उसकी टीस नागरिकों के दिलो-दिमाग में अभी तक ताजा है। अब फिर गर्मी का मौसम आने वाला है और अभी से लोग संभावित जलसंकट की कल्पना करके भयभीत हो रहे हैं। सपने देखना अच्छी बात है, लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ पहले प्रदेश की प्यास बुझाने के इंतजाम कर दें, फिर चाहे जो सपने देखते रहें। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री विजेश लुणावत ने मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा मंगलवार आयोजित जल सम्मेलन में दिये गए बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कही।
राजधानी में मंगलवार को आयोजित जल सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि मेरा एक सपना है कि मध्यप्रदेश को ऐसा राज्य बनाऊं जो देश की पानी की जरूरतों को पूरा करे। मुख्यमंत्री के इस बयान को कोरा झूठ बताते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री विजेश लुणावत ने कहा कि यह सच है कि प्रदेश में भरपूर प्राकृतिक संसाधन हैं। लेकिन प्रदेश को देश की जरूरतों को पूरा करने लायक बनाया जा सके, इसके लिये कमलनाथ सरकार के पास न तो कोई कार्ययोजना है, न ही कोई इच्छाशक्ति है। उन्होंने कहा कि पिछले 16 महीनों में कमलनाथ सरकार ने प्रदेश में जल की उपलब्धता बढ़ाने के लिये एक भी काम नहीं किया। न तो पेयजल के आसन्न संकट से निपटने के लिये कोई परियोजना शुरू की है, न ही प्रदेश के सिंचित रकबे में एक भी हैक्टेयर की वृद्धि की है। श्री....ने कहा कि नदियों के संरक्षण का दम भरने वाली यह सरकार अपने अभी तक के कार्यकाल में नदियों से होने वाला अवैध उत्खनन तक नहीं रोक सकी है। रेत माफिया दिन रात भारी मशीनों से अवैध उत्खनन कर रहे हैं और प्रदेश की नदियों का सीना छलनी कर रहे हैं, लेकिन इनके खिलाफ कार्रवाई की बजाय सरकार इन्हें संरक्षण दे रही है। प्रदेश के मंत्री खुद अपनी सरकार पर यह आरोप लगा चुके हैं। श्री लुणावत ने कहा कि राइट टू वाटर की बात करने वाली कमलनाथ सरकार माफिया के खिलाफ युद्ध के नाम पर बेकसूर गरीबों को तो परेशान कर रही है, लेकिन राजधानी में साल भर पानी की आपूर्ति करने वाली बड़ी झील की जमीन पर कब्जा करके बैठे माफियाओं के सामने नतमस्तक हो जाती है। श्री विजेश लुणावत ने कहा कि देश की पानी की जरूरतें पूरी करने का सपना देखने वाले मुख्यमंत्री कमलनाथ इसी गर्मी में प्रदेश में पानी के लिये होने वाली मारामारी की चिंता कर लें, तो बेहतर होगा।