हिटलर के नसबंदी अभियान को प्रदेश में लागू कर लोगों में दहशत फैलाना चाहती है कमलनाथ सरकार- सारंग
हिटलर के नसबंदी अभियान को प्रदेश में लागू कर लोगों में दहशत फैलाना चाहती है कमलनाथ सरकार- विश्वास सारंग
भोपाल =नरेला विधायक विश्वास सारंग ने कमलनाथ सरकार के नसबंदी करने का कर्मचारियों को टारगेट देने का विरोध करते हुए कहा कि कमलनाथ सरकार हिटलर के नसबंदी अभियान को प्रदेश में दोहराने का प्रयास न करें।
श्री सारंग ने कहा कि हम नसबंदी का विरोध नहीं कर रहे हैं। नसबंदी के लिए लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए जिससे वे स्वैच्छा से नसबंदी करायें।
विश्वास सारंग ने कहा कि जब 15 अगस्त को लाल किले से प्रधानमंत्री जी ने जनसंख्या नियंत्रण की बात की तो इन्हीं कांग्रेसियों के पेट मरोड़ने लगे और इसे साम्प्रदायिक रंग देने लगे थे। वे ही आज स्वास्थ्य विभाग के प्रत्येक कर्मचारी को नसबंदी का टारगेट देने और जो कर्मचारी टारगेट पूरा नहीं करेगा उसका वेतन रोकने व उसे नौकरी से हटाने की बात कर रहे हैं।
विश्वास सारंग ने कहा कि इस प्रकार की नीति से कर्मचारी अपनी नौकरी बचाने के चक्कर में भोले-भाले ग्रामीण जो अस्पताल में इलाज कराने आयेंगे उनकी नसबंदी करने लगेंगे। ग्रामीणजन नसबंदी के डर से इलाज कराने शासकीय अस्पतालों में जाना ही बंद कर देंगे। शायद कमलनाथ सरकार भी यही चाहती है क्योंकि इस सरकार के समय शासकीय अस्पतालों की हालत भी किसी से छुपी नहीं है।
श्री सारंग ने कहा कि 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री ने इंदिरा गांधी ने भी सबसे पहले आपात लगाकर लोकतंत्र की हत्या की थी फिर नसबंदी अभियान चलाया था। जनता के अधिकार पहले ही छीने जा चुके थे फिर नसंबदी ने घर-घर में दहशत फैलाने का काम किया था। उस दौरान नसबंदी का फैसला आपातकाल का सबसे दमनकारी अभियान साबित हुआ था। इस दौरान घरों में घुसकर, बसों से उतारकर लोगों की नसबंदी की गई थी और एक साल के भीतर देशभर में 60 लाख से ज्यादा लोगों की नसबंदी कर दी गई। इनमें 16 साल के किशोर से लेकर 70 साल के बुजुर्ग तक शामिल थे। यही नहीं गलत ऑपरेशन और इलाज में लापरवाही की वजह से करीब दो हजार लोगों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी थी। उस समय नसबंदी का यह मिशन जर्मनी में हिटलर के नसबंदी अभियान से प्रेरणा लेकर शुरू हुआ था। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ उसी समय से गांधी परिवार से जुड़े हुए हैं। इसलिए वे प्रदेश में उसी इतिहास को दोहरा कर प्रदेश में दहशत का माहौल कायम करने का प्रयास कर रहे हैं।
विश्वास सारंग ने कमलनाथ सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि वह अब हिटलर के नसबंदी अभियान को प्रदेश में लागू करने का प्रयास न करे। अब भारत का लोकतंत्र बहुत मजबूत है और किसी भी प्रकार के हिटलरवादी आदेश को स्वीकार नहीं किया जायेगा। हम सड़क से लेकर सदन तक इस प्रकार के आदेश का कड़ा विरोध करेंगे।